स्कूलों से दिसम्बर महीने में फिट इंडिया सप्ताह मनाया जाय
नयी दिल्ली। पीएम मोदी ने रविवार को आकाशवाणी पर प्रसारित 'मन की बात कार्यक्रम' में अपने संबोधन में अयोध्या मामले में उच्चतम न्यायालय के फैसले को ऐतिहासिक बताते हुए इस मामले में धैर्य और परिपक्वता का परिचय देने के लिए देश की जनता को साधुवाद दिया। उन्होने कहा, देश में शांति, एकता और सद्भावना के मूल्य सर्वोपरि हैं. राम मंदिर पर जब फ़ैसला आया तो पूरे देश ने उसे दिल खोलकर गले लगाया. पूरी सहजता और शांति के साथ स्वीकार किया। पीएम मोदी ने कहा कि एक ओर, जहाँ, लम्बे समय के बाद कानूनी लड़ाई समाप्त हुई है, वहीं, दूसरी ओर, न्यायपालिका के प्रति, देश का सम्मान और बढ़ा है. सही मायने में ये फैसला हमारी न्यायपालिका के लिए भी मील का पत्थर साबित हुआ है. प्रधानमंत्री ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के इस ऐतिहासिक फैसले के बाद देश, न्यू इंडिया की भावना को अपनाकर शांति, एकता और सद्भावना के साथ आगे बढ़े, यही मेरी कामना है, हम सबकी कामना है.
अपने सम्बोधन में प्रधानमंत्री ने फिटनेस के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि स्कूलों से दिसम्बर महीने में फिट इंडिया सप्ताह मनाने और फिट इंडिया रैकिंग में शामिल होने को कहा ताकि जागरूकता बढ़े और फिट इंडिया एक जनआंदोलन बन सके. स्कूल फिट इंडिया सप्ताह दिसम्बर महीने में कभी भी मना सकते हैं. इसमें फिट इंडिया को लेकर कई प्रकार के आयोजन किए जाने हैं जिसमें क्विज, निबंध, लेख, चित्रकारी, पारंपरिक और स्थानीय खेल, योगासन, नृत्य एवं खेलकूद प्रतियोगिताएं शामिल हैं। फिट इंडिया सप्ताह में विद्यार्थियों के साथ-साथ उनके शिक्षक और माता-पिता भी भाग ले सकते हैं. फिट इंडिया मतलब सिर्फ दिमागी कसरत, कागजी कसरत या लैपटाप या कम्प्यूटर पर या मोबाइल फोन पर फिटनेस की एप देखते रहना नहीं है बल्कि पसीना बहाना है और खाने की आदतें बदलना है। मोदी ने कहा कि फिट इंडिया पोर्टल पर जाकर स्कूल स्वयं को फिट घोषित कर सकते हैं. फिट इंडिया थ्री स्टार रेटिंग और फिट इंडिया फाइव स्टार रेटिंग भी दी जाएगी।