- घटनास्थल पर रिस्पांस टाइम बेहतर करने के लिए की गई है व्यवस्था
- रोगियों को अस्पताल पहुंचाने के बाद पहुंच जाएंगी हाट स्पाट पर
जितेन्द्र पाठक
संतकबीरनगर।
आपातकालीन एम्बुलेंस सेवाएं अब अस्पतालों में नहीं बल्कि पुलिस विभाग की
डायल 112 सेवा की तरह से जनपद के विभिन्न हाट स्पाट पर खड़ी रहेंगी। ताकि
किसी दुर्घटना में घायल व्यक्ति को त्वरित रुप से अस्पताल पहुंचाया जा
सके और उसकी जान बच सके। इसलिए ऐसी व्यवस्था की गई है।
मोबाइल
सेवा के प्रोग्राम मैनेजर राहुल मिश्रा बताते हैं कि जनपद में कुल 47
एम्बुलेंस हैं। इन एम्बुलेंस में 21 एम्बुलेंस 102 सेवा से जुड़ी हुई
हैं जो गर्भवती महिलाओं को अस्पताल तथा अस्पताल से घर पहुंचाती हैं। वहीं
23 एम्बुलेंस 108 सेवा से जुड़ी हुई हैं। ये आपातकालीन दुर्घटनाओं तथा
किसी व्यक्ति को त्वरित चिकित्सा के लिए अस्पताल ले आती हैं। वहीं 3
एडवांस लाइफ सपोर्ट एम्बुलेंस हैं, जो जनपद से किसी गंभीर रोगी को लखनऊ या
किसी अन्य उच्च स्वास्थ्य इकाई पर इलाज के लिए ले जाती है। पहले
एम्बुलेंस निकट के अस्पतालों में खड़ी रहती थीं। जब कहीं से कोई काल आती
थी तो वे वहां से उस स्थान के लिए जाती थीं। इसमें काफी समय जाया हो जाता
था। लेकिन अब ये एम्बुलेंस मरीज को लाने के बाद हाट स्पाट के आस पास खड़ी
रहेंगी, ताकि काल आए तो वे तुरन्त ही मौके पर पहुंच जाएं तथा घायल को
तुरन्त ही अस्पताल ले जाकर उसे चिकित्सा सुविधा प्रदान कर सकें। अभी इस
दिशा में केवल जनपद के हाईवे के अगल बगल ही हाट स्पाट चिन्हित किए गए हैं।
प्रथम चरण में चिन्हित हुए ये हाट स्पाट
अभी
तक जनपद में विभिन्न हाट स्पाट को चिन्हित किए जाने का काम जारी है।
वहीं मगहर दुर्गा मन्दिर के पास, होटल सोनी, मेंहदावल बाईपास, एचआरपीजी
कालेज तिराहा, कांटे तिराहा, बूधा कला हाट स्पाट को चिन्हित किया गया है।
ये सभी स्थान राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 28 पर स्थित हैं। इसके बाद
अन्य मार्गों पर हाट स्पाट चिन्हित किए जाएंगे।
पिछले महीने यह रहा रिस्पांस टाइम
जनपद
में पिछले महीने सभी प्रकार के एम्बुलेन्स सेवा का रिस्पांस टाइम 5
मिनट से लेकर 16 मिनट तक रहा। 102 एम्बुलेन्स सेवा ने एक काल पर 9 मिनट
52 सेकेण्ड का औसत समय दिया तो वहीं 108 एम्बुलेन्स सेवा को औसतन 16
मिनट 41 सेकेण्ड का समय लगा। वहीं एडवांस लाइफ सपोर्ट सेवा की एम्बुलेंस
को 4 मिनट 27 सेकेण्ड का समय लगा।
त्वरित मिलेगी चिकित्सा सुविधा - डॉ सिन्हा
एम्बुलेंस
प्रभारी डॉ ए के सिन्हा बताते हैं कि इस नई व्यवस्था से घायलों को
त्वरित चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने में सहूलियत मिलेगी। अभी इसे
राजमार्गों पर लागू किया गया है। रिस्पांस टाइम अगर बेहतर रहा तो यह जनपद
के अन्य सम्पर्क तथा राज्य मार्गों पर भी लागू की जाएगी। हमारा प्रयास
एम्बुलेंस के रिस्पांस टाइम को कम करना है।
राहुल मिश्रा , प्रोग्राम मैनेजर , 108 एम्बुलेंस सेवा
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