एनटीपीसी टांडा में पाच दिवसीय संभागीय नाट्य समारोह का शुभारंभ

➤ नाट्य समारोह का शुभारंभ मुख्य महाप्रबंधक संजय कुमार सिंह एवं गरिमा महिला मंडल की अध्यक्षा श्रीमती मधुलिका सिंह द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन से किया गया
नाटक सभी साहित्यों में अत्यंत रमणीक एवं महत्वपूर्ण जो हमारे जीवन को पूरी तरह रसरंजित, नैतिक एवं सद्चरित्र बनने की प्रेरणा देता है-मुख्य महाप्रबधंक संजय कुमार सिंह
‘इश्क पर जोर नही‘ नाटक की मनमोहक प्रस्तुति,
हास्य-व्यंग्य से भरपूर नाटक देखकर दर्शकों ने खूब लगाए ठहाके
अम्बेडकर नगर। एनटीपीसी टांडा के आवासीय परिसर स्थित ‘सरगम’आडिटोरियम में एनटीपीसी टांडा एवं उत्तर प्रदेश संगीत नाटक अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में पाच दिवसीय संभागीय नाट्य समारोह के आयोजन का शुभारंभ किया गया। नाट्य समारोह का शुभारंभ मुख्य महाप्रबंधक संजय कुमार सिंह एवं गरिमा महिला मंडल की अध्यक्षा श्रीमती मधुलिका सिंह द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलन से किया गया। शुभारंभ के अवसर पर खचाखच भरे आडिटोरियम में टांडा विद्युतगृह के महाप्रबंधकगण, विभागाध्यक्ष, उप महाप्रबंधक, गरिमा महिला मंडल की सदस्याएं, संगीत नाटक अकादमी की ड्रामा सर्वेयर श्रीमती शैलजा पाठक एवं कलाकार प्रमुख रूप से उपस्थित रहे। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक श्री सिंह ने उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए उ0प्र0 संगीत नाटक अकादमी द्वारा नाट्य विधाओं को बढ़ावा देने एवं रंगकर्म को गति प्रदान करने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि नाट्य विधा हमारे लोक जीवन का अत्यंत प्राचीन एवं अभिन्न हिस्सा है। उन्होंने यह भी कहा कि नाटक सभी साहित्यों में अत्यंत रमणीक एवं महत्वपूर्ण है जो हमारे जीवन को पूरी तरह रसरंजित, नैतिक एवं सद्चरित्र बनने की प्रेरणा देता है। उन्होंने अकादमी द्वारा एनटीपीसी-टांडा में नाट्य समारोह आयोजित किए जाने पर प्रसन्नता व्यक्त की तथा इसकी सफलता की शुभकामनाएं दीं।
उपस्थित जनों को संबोधित करते हुए श्रीमती शैलजा पाठक ने उ0प्र0 संगीत नाटक अगादमी द्वारा नाट्य विधाओं के परिवर्द्धन, संवर्द्धन एवं रंग कर्म को गति देने की दिशा में किए जा रहे प्रयासों की चर्चा करते हुए नाट्य कायक्रमों से सामाजिक एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में पड़ने वाले सकारात्मक प्रभाव को संक्षेप में बताया। इसके उपरांत लखनऊ की प्रतिष्ठित नाट्य संस्था ‘‘सबरंग‘‘  के कलाकारों द्वारा अशोक सिन्हा के निर्देशन में ‘‘इश्क पर जोर नही‘‘ नाटक की मनमोहक प्रस्तुति की गयी। लखनऊ के एक खानदानी रईस और खुशमिजाज नौजवान नवाब अनवर को एक नवाबी खानदान की नौजवान लड़की से इश्क हो जानें एवं आने वाली अड़चनों को पार करते हुए अंत में दोनो की शादी हो जाती है। हास्य-व्यंग्य से भरपूर नाटक देखकर दर्शकों ने खूब ठहाके लगाए। समस्त आगंतुकों, दर्शकों एवं कलाकारों के प्रति धन्यवाद ज्ञापन विभागाध्यक्ष (मा0सं0) एस.एन. पाणिग्राही द्वारा किया गया।
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