ऑनलाइन हाजिरी का निर्णय अव्यवहारिक- उदयशंकर शुक्ल -The decision of online attendance is impractical - Udayshankar Shukla

काली पट्टी बांधकर  डिजिटलाइजेशन का  विरोध करेंगे परिषदीय शिक्षक
बस्ती। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जनपद बस्ती के जनपदीय अध्यक्ष उदय शंकर शुक्ल के नेतृत्व में  जिला कार्यकारिणी की आवश्यक बैठक न्याय मार्ग स्थित शिविर कार्यालय पर सम्पन्न हुई।  बैठक में प्रदेश सरकार द्वारा बेसिक शिक्षा परिषद में कार्यरत शिक्षकों, कर्मचारियों एवं 12 पंजिकाओं के डिजिटलाइजेशन व्यवस्था को आगामी 8 जुलाई 2024 से लागू करने के विरोध का मुद्दा छाया रहा।
   जिलाध्यक्ष उदय शंकर शुक्ल ने पदाधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि 6 जुलाई  को लखनऊ में प्रदेश कार्यकारिणी की बैठक में प्रदेश नेतृत्व ने निर्णय लिया है कि जब तक शिक्षक समस्याओं व उनकी मूलभूत आवश्यकताओं को लागू करते हुए राज्य कर्मचारियों की भांति अन्य सुविधाओं को नही दिया जाता तब तक ऑनलाइन व्यवस्था का बहिष्कार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश नेतृत्व ने डिजिटलाइजेशन के  विरोध में आंदोलन करने का निर्णय लिया है। जिसके क्रम में 08 जुलाई से सभी शिक्षक, शिक्षिकायें अपनी बांह में काली पट्टी बांधकर डिजिटलाइजेशन का विरोध करते हुए विद्यालयों में पठन-पाठन का कार्य करेंगे। 11 जुलाई को जिला मुख्यालयों पर जिला और ब्लाक के संघ पदाधिकारी एकत्रित होकर डिजिटलाइजेशन के विरोध में जिलाधिकारी, जिला प्रशासन, बेसिक शिक्षा अधिकारी के माध्यम से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन प्रेषित करेंगे। आन लाइन हाजिरी का निर्णय अव्यवहारिक है।
   बैठक में उपस्थित जिला मंत्री राघवेन्द्र प्रताप सिंह व जिला संयुक्त मंत्री विजय प्रकाश चौधरी सहित सभी संगठन पदाधिकारियों ने एक स्वर में शिक्षक, शिक्षिकाओं के ऑनलाइन, फेस रिकॉगनिशन द्वारा उपस्थित दर्ज करने का विरोध करते हुए कहा कि जबतक सरकार हमे राज्य कर्मचारियों की तरह अन्य  सुविधाएं जैसे पुरानी पेंशन लागू करना, कैशलेस चिकित्सा व्यवस्था, 30 ई0एल0, 15 हाफ सी0एल0, आवास सुविधा और दुर्गम भौगोलिक परिस्थितियों में विद्यालयों के अवस्थित होने की दशा में उपस्थित समय मे व्यवहारिक छूट लागू नहीं किया जाता तबतक सरकार द्वारा घोषित इस अव्यवहारिक तानाशाही फरमान का विरोध करते हुए इसका बहिष्कार किया जाएगा।

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