आर्थिक गणना की निगरानी के लिये जिला स्तरीय समन्वय समिति गठित
बस्ती। सातवीं आर्थिक गणना 2019 में जिले के सभी उद्यमों की सूचना एकत्र की जायेगी। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने तैयारियों की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया है कि इस गणना में कोई घर एवं उद्यम न छूटे। इस आर्थिक गणना के आधार पर ही भारत एवं प्रदेश सरकार नीतियॉ एवं कार्यक्रम तैयार करती है, इसलिए यह महत्वपूर्ण है कि सर्वे के दौरान सही ऑकड़े प्राप्त हों।उन्होने कहा कि आर्थिक गणना का कार्य जनसुविधा केन्द्रों के द्वारा कराया जा रहा है परन्तु विभागीय अधिकारियों की यह जिम्मेदारी है कि वे निरन्तर निरीक्षण एवं अनुश्रवण करते रहें। वे यह सुनिश्चित करें कि सभी घरों तक प्रगणक पॅहुचे और उनकी आजीविका का साधन ज्ञात करें। जिलाधिकारी ने कहा कि उद्योग, व्यापारकर, पर्यावरण, विद्युत, नगर निकाय, खादी ग्रामोद्योग आदि विभागों से आनलाइन आंकड़े प्राप्त करें। इसके आधार पर वे घर-घर जाकर सर्वे करेंगे। उद्यम, उसका प्रकार, उसमें कार्यरत कर्मचारी की सूचना भी एकत्र की जायेगी। साथ ही स्वरोजगार में लगे कार्यो की सूचना एकत्र की जायेगी। इस सर्वे में सभी असंगठित क्षेत्र के लोग शामिल होंगे। ढेला, खोमचा, पटरी दुकानदारों की गणना की जायेगी। सीडीओ अरविन्द पाण्डेय ने बताया कि इस आर्थिक गणना की निगरानी के लिये जिला स्तरीय समन्वय समिति गठित की गयी है जिसमें 11 अधिकारी सदस्य बनाये गये है। जिलाधिकारी इस समिति के अध्यक्ष होंगे। अर्थ एंव संख्याधिकारी समिति के सदस्य सचिव होंगे।
अर्थ एंव संख्याधिकारी टीपी गुप्ता ने बताया कि 6ठवी आर्थिक गणना में जिले में कुल 51756 उद्यम थे। इसमें 49942 गैर कृषि उद्यम थे। इसमें 01 लाख 20 हजार व्यक्ति कार्य कर रहे थे। जनसुविधा केन्द्र के जिला समन्वयक राहुल ने बताया कि जिले में 900 सक्रिय जनसुविधा केन्द्र है। बैठक में सीएमओ डॉ0 एके गुप्ता, अजय कुमार सिंह, उदय प्रकाश, पंकज सिंह, अपूर्व श्रीवास्तव तथा विभागीय अधिकारीगण उपस्थित रहे।