जिलाधिकारी ने धान खरीद में लापरवाही पर केन्द्र प्रभारी के विरुद् एफआईआर दर्ज कर जेल भेजने के दिये निर्देश

बस्ती।जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने धान खरीद में लापरवाही बरतने पर क्षेत्रीय साधन सहकारी समिति बायपोखर साऊँघाट के केंद्र प्रभारी अजय कुमार वर्मा के विरुद्ध एफ आई आर दर्ज कराने तथा जेल भेजने का निर्देश दिया है। दिन में लगभग 12.00 बजे केंद्र पर पहुंचने पर जिलाधिकारी ने पाया कि पिछले 26 दिनों में केवल 11 एवं 12 नवंबर को किसानों से 3.30 कुंटल धान खरीद हुई है। धान क्रय केंद्र पर सभी रजिस्टर खाली पाए गए। जिन 4 किसानों से खरीद हुई थीए उनके भुगतान का रजिस्टर भी मेंटेन नहीं पाया गया। केंद्र प्रभारी स्टॉक रजिस्टर भी नहीं दिखा पाए। यहां तक कि वह नमी मापक यंत्र भी सेट नहीं कर पाए।
जिलाधिकारी ने डिप्टी आरएमओ को निर्देश दिया है कि वह स्वयं इस क्षेत्र के पीसीएफ के सभी क्रय केंद्रों का निरीक्षण करके रिपोर्ट दें। जिलाधिकारी ने यहां से 2 किलोमीटर दूर देवरिया माफी धान क्रय केंद्र का निरीक्षण किया।  यहां पर भी धान खरीद शून्य पाई गई। केंद्र प्रभारी अनिल वर्मा ने बताया कि मंडी समिति से 26 नवंबर को लाइसेंस प्राप्त हुआ है। अब किसानों से खरीद की जाएगी। जिलाधिकारी ने इस स्थिति पर असंतोष जाहिर करते हुए पीसीएफ के जिला प्रबंधक के विरुद्ध कार्यवाही करने के लिए शासन को संस्तुति करने का निर्देश दिया है।
समीक्षा में उन्होंने पाया कि पीसीएफ द्वारा पूरे जिले में 51 केंद्र स्थापित है।  जहां पर अभी तक मात्र 1400 मीट्रिक टन धान की खरीद की गई हैए जो कि 3.5 प्रतिशत है। उन्होंने बताया कि पूरे जिले में 76100 मीट्रिक टन लक्ष्य के सापेक्ष मात्र 15प्रतिशत खरीद हो चुकी है। इस दृष्टिकोण से भी पीसीएफ का खरीद काफी कम है। जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने सॉउघाट नवीन मंडी बस्ती में स्थापित खाद्य विभाग के धान क्रय केंद्र का आकस्मिक निरीक्षण किया। यहां पर कुल 113 किसानों से 9059 कुंटल धान खरीद की गई है। सभी किसानों को 1.66 करोड़ रुपए का भुगतान किया जा चुका है। डिप्टी आरएमओ गोरख नाथ तिवारी ने बताया कि अभी दो चावल मिलो से अभी बैंक गारंटी नहीं मिल पाई है जिसके कारण उन्हें धान की आपूर्ति नहीं की जा रही है। जिलाधिकारी ने इस पर असंतोष व्यक्त करते हुए दोनों धान मिलों तथा केंद्र प्रभारी को कारण बताओ नोटिस जारी करने का निर्देश दिया।
जिलाधिकारी ने पाया कि परिवहन ठेकेदारों द्वारा अभी तक डिजिटल सिग्नेचर नहीं बनाए गए हैं। इसके लिए उन्होंने आरएफसी को कारण बताओ नोटिस जारी किया। जिलाधिकारी ने राममणि किसान का धान नमी मापक यंत्र से जांच कराया।जिसमें 15 प्रतिशत नमी पाई गई। निरीक्षण के दौरान धान खरीद अधिकारी रमेश चन्द्र भी उपस्थित रहे।



और नया पुराने