अम्बेडकर नगर। भारत के 77वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर जनपद न्यायालय परिसर अम्बेडकरनगर में राम सुलीन सिंह, जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अम्बेडकरनगर द्वारा जनपद न्यायालय अम्बेडकरनगर के न्यायिक अधिकारीगण, बार एसोसिएशन अम्बेडकरनगर के पदाधिकारीगण एवं जनपद न्यायालय अम्बेडकरनगर के कर्मचारीगण की उपस्थिति में झण्डारोहण किया गया एवं उपस्थित सभी द्वारा राष्ट्रीयगान का पाठ किया गया तथा पुरानी कचहरी अकबरपुर, अम्बेडकरनगर में स्थित पारिवारिक न्यायालय मे आदिल आफताब अहमद, प्रधान न्यायाधीश, पारिवारिक न्यायालय द्वारा पारिवारिक न्यायालय के कर्मचारीगण की उपस्थिति में झण्डारोहण किया गया एवं उपस्थित सभी द्वारा राष्ट्रीयगान का पाठ किया गया।
वृक्षारोपण महाअभियान कार्यक्रम में न्यायिक अधिकारियों द्वारा किया गया वृक्षारोपण
अपने अपने घरों में भी कम से कम एक पौधा अवश्य लगायें - राम सुलीन सिंह, जनपद न्यायाधीशइसके अतिरिक्त उच्च न्यायालय इलाहाबाद एवं उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के क्रम में राम सुलीन सिंह, जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष , जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अम्बेडकरनगर की अध्यक्षता में दिनांक 15.08.2023 को समय 08.00 बजे से जनपद न्यायालय परिसर, अम्बेडकरनगर में वृहद वृक्षारोपण महाअभियान कार्यक्रम का आयोजन कोविड 19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए जारी दिशा-निर्देशों के अन्तर्गत किया गया। वृक्षारोपण महाअभियान कार्यक्रम में जनपद न्यायालय अम्बेडकरनगर के सम्मानित न्यायिक अधिकारीगण द्वारा वृक्षारोपण किया गया एवं अपना सक्रिय सहयोग प्रदान किया गया। इस अवसर पर जनपद न्यायालय अम्बेडकरनगर के कर्मचारीगण भी उपस्थित रहे।पुरानी कचहरी, अकबरपुर अम्बेडकरनगर में स्थित पारिवारिक न्यायालय में आदिल आफताब अहमद, प्रधान न्यायाधीश, पारिवारिक न्यायालय द्वारा वृक्षारोपण किया गया एवं उपस्थित सभी को वृक्षारोपण हेतु प्रोत्साहित किया गया।वृहद वृक्षारोपण में राम सुलीन सिंह जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अम्बेडकरनगर, द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी को वृक्षारोपण हेतु प्रोत्साहित किया गया तथा वृक्षारोपण के महत्व के विषय पर बात करते हुये कहा कि वृक्षों के सरक्षण के लिये यह अत्यंत आवश्यक है कि हम सभी वृक्षों की उपयोगिता को गंभीरता से समझें। जब हम वन का नाम लेते हैं तब हमारी आंखों के समक्ष तरह-तरह के हरे-भरे चित्र उभरने लगते हैं, मात्र यह सोचना गलत है कि वन केवल लकड़ी की खाने हैं, वे हमारी प्राण रक्षा के लिये आवश्यक आक्सीजन की आवश्यकता को पूरा करते हैं, विशेषकर कोविद्ध-19 महामारी के दौरान आक्सीजन की कमी से उत्पन्न हुई विकट स्थिति से यह समझ आया कि वृक्षों का हमारे जीवन में कितना महत्व है एवं इसलिये वृक्षों का संरक्षण अति आवश्यक है। जनपद न्यायाधीश द्वारा उपस्थित समस्त कर्मचारीगण से अपील की गई कि वे अपने अपने घरों में भी कम से कम एक पौधा अवश्य लगायें।
वृक्षारोपण महाअभियान कार्यक्रम में न्यायिक अधिकारियों द्वारा किया गया वृक्षारोपण
अपने अपने घरों में भी कम से कम एक पौधा अवश्य लगायें - राम सुलीन सिंह, जनपद न्यायाधीशइसके अतिरिक्त उच्च न्यायालय इलाहाबाद एवं उ0प्र0 राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण द्वारा जारी दिशा-निर्देशों के क्रम में राम सुलीन सिंह, जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष , जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अम्बेडकरनगर की अध्यक्षता में दिनांक 15.08.2023 को समय 08.00 बजे से जनपद न्यायालय परिसर, अम्बेडकरनगर में वृहद वृक्षारोपण महाअभियान कार्यक्रम का आयोजन कोविड 19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए जारी दिशा-निर्देशों के अन्तर्गत किया गया। वृक्षारोपण महाअभियान कार्यक्रम में जनपद न्यायालय अम्बेडकरनगर के सम्मानित न्यायिक अधिकारीगण द्वारा वृक्षारोपण किया गया एवं अपना सक्रिय सहयोग प्रदान किया गया। इस अवसर पर जनपद न्यायालय अम्बेडकरनगर के कर्मचारीगण भी उपस्थित रहे।पुरानी कचहरी, अकबरपुर अम्बेडकरनगर में स्थित पारिवारिक न्यायालय में आदिल आफताब अहमद, प्रधान न्यायाधीश, पारिवारिक न्यायालय द्वारा वृक्षारोपण किया गया एवं उपस्थित सभी को वृक्षारोपण हेतु प्रोत्साहित किया गया।वृहद वृक्षारोपण में राम सुलीन सिंह जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, अम्बेडकरनगर, द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी को वृक्षारोपण हेतु प्रोत्साहित किया गया तथा वृक्षारोपण के महत्व के विषय पर बात करते हुये कहा कि वृक्षों के सरक्षण के लिये यह अत्यंत आवश्यक है कि हम सभी वृक्षों की उपयोगिता को गंभीरता से समझें। जब हम वन का नाम लेते हैं तब हमारी आंखों के समक्ष तरह-तरह के हरे-भरे चित्र उभरने लगते हैं, मात्र यह सोचना गलत है कि वन केवल लकड़ी की खाने हैं, वे हमारी प्राण रक्षा के लिये आवश्यक आक्सीजन की आवश्यकता को पूरा करते हैं, विशेषकर कोविद्ध-19 महामारी के दौरान आक्सीजन की कमी से उत्पन्न हुई विकट स्थिति से यह समझ आया कि वृक्षों का हमारे जीवन में कितना महत्व है एवं इसलिये वृक्षों का संरक्षण अति आवश्यक है। जनपद न्यायाधीश द्वारा उपस्थित समस्त कर्मचारीगण से अपील की गई कि वे अपने अपने घरों में भी कम से कम एक पौधा अवश्य लगायें।
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