लाकडाउन की अवधि में सक्रियता से काम कर रहा है आपदा नियंत्रण केन्द्र

एक माह में कुल 1277 शिकायतों में से 1257 का निस्तारण कर लोगों को पहुॅचायी गयी राहत


बस्ती। कोरोना वायरस के लाकडाउन की अवधि में एकीकृत आपदा नियंत्रण केन्द्र सक्रियता से काम कर रहा है। इसमें विगत एक माह में कुल 1277 शिकायते प्राप्त हुयी है, जिसमें 1257 का निस्तारण कर लोगों को राहत पहुॅचायी गयी है। उक्त जानकारी जिलाधिकारी आशुतोष निरंजन ने दी है।
उन्होने बताया कि कलेक्टेªट सभागार में यह केन्द्र स्थापित किया गया है। डिप्टी कलेक्टर राजेश कुमार प्रथम तथा वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी संचित मोहन तिवारी इसके नोडल अधिकारी नामित है। यह कंट्रोल रूम दिन-रात 24 घण्टे सक्रिय रहता है। इसमें आईजीआरएस का 1070, आपदा का 1076 तथा 1077 नम्बर पर काल करके शिकायते दर्ज करायी जा सकती है। इसके अलावा 05542-245725 पर फोन करके शिकायत/समस्या दर्ज करायी जा सकती है। इसके अलावा 9415235211 तथा 9450514435 मो0 नम्बर पर व्हाट्सएप मैसेज भी भेजा जा सकता है।
उन्होने बताया कि अबतक साफ-सफाई, सेनिटाइजेशन, दवा के झिड़काव आदि मामलों पर 117 तथा दवा आपूर्ति एवं ईलाज संबंधी 23 शिकायते प्राप्त हुयी है, जबकि खाद्यान, राशन को लेकर 1137 शिकयते प्राप्त हुयी है। ये शिकायते जिले के विभिन्न भागों से प्राप्त हुयी है तथा संबंधित तहसील, विभागों को इन्हें भेजकर निस्तारण कराया गया है। उन्होने बताया कि कोटेदार द्वारा खाद्यान न देने, अधिक पैसा लेने, दूध, सब्जी न प्राप्त होने, एक हजार रूपये की आर्थिक मदद खाते में न आने, मनरेगा जाॅब कार्ड होने पर भी खाद्यान न देने, निःशुल्क चावल न मिलने की अधिकांश शिकायते है।
उन्होने बताया कि वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी संचित मोहन तिवारी के नेतृत्व में विजय, रामचन्द्र, मदनमोहन पाण्डेय, सुनील कुमार, योगेश चैधरी, दुर्गा प्रसाद टेलीफोन पर शिकायते/समस्याए नोट करते है तथा संबंधित विभाग को निराकरण हेतु भेजते है। इसका अलग से एक रजिस्टर भी मेनटेन किया गया है।
उन्होने बताया कि जिले के विभिन्न भाग में कुल 121 सेल्टर होम स्थापित है, जिसमें 840 लोग रूके है। जिले में 94 सरकारी तथा 27 गैर सरकारी सामुदायिक किचन भी संचालित है, जिसके द्वारा वंचित निराश्रित एवं गरीब लोगों को पका-पकाया भोजन उपलब्ध कराया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि लेखपालों द्वारा फोन पर प्राप्त सूचना के आधार पर भी पका भोजन का पैकेट लोगों को पहुॅचाया जाता हैं। 


और नया पुराने