शिशिक्षु अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कार्यशाला का आयोजन

बस्ती। जिलाधिकारी श्रीमती सौम्या अग्रवाल के निर्देश पर शिशिक्षु अधिनियम के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए कलेक्ट्रेट सभागार में कार्यशाला का आयोजन किया गया जिसमें जिले के विभागीय अधिकारी तथा उद्यमियों ने भाग लिया।
संयुक्त निदेशक पुरूषोत्तम मिश्रा ने बताया कि भारत सरकार द्वारा डुएल सिस्टम ऑफ ट्रेनिंग तथा प्रशिक्षार्थियों की ऑन जॉब ट्रेनिंग की योजना संचालित की गयी है। इसके अर्न्तगत आई.टी.आई. संस्थानों में प्रशिक्षित युवाओं को उद्योगों एवं सरकारी विभागों में 15-15 दिन की ट्रेनिंग के लिए भेजा जायेगा। इसके लिए उन्हे कोई मानदेय नहीं दिया जायेगा।
उन्होंने बताया कि अप्रेन्टिस के लिए भेजे जाने पर उद्योगों या विभागों को निर्धारित धनराशि प्रशिक्षार्थी को देना होगा। इसमें से रूपये 1500 भारत सरकार तथा रूपये 1000 मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना में उद्योगों को वापस कर दिया जायेगा। उन्होनें विभागों एवं उद्योगों से अपील किया कि अधिक से अधिक प्रशिक्षार्थियों को इस योजना में प्रशिक्षण दिलाये।
प्रधानाचार्य आई0टी0आई0 पी0 के0 श्रीवास्तव ने बताया कि भारत सरकार के पोर्टल पर 19 उद्योग एवं विभागों ने अपना पंजीकरण कराया है जिसमें कुल 76 विद्यार्थी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे है।
उन्होनें बताया कि सुगर मिल बजाज
ग्रुप अठ्दमा, में 7, विद्युत विभाग में 47, नलकूप में 2 को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि जिन संस्थानों या उद्योग में 30 से अधिक कर्मचारी कार्यरत है, उन्हें पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन कराना अनिवार्य है।
बैठक में चैम्बर ऑफ कार्मस एण्ड इण्डस्ट्रीज के अध्यक्ष अशोक सिंह, महासचिव हरिशंकर शुक्ला, उपायुक्त उद्योग उदय प्रकाश पासवान, सिंचाई के अधिशाषी अभियन्ता राकेश कुमार गौतम, लीड बैंक मैनेजर अविनाश चन्द्रा, पीडब्ल्यूडी से पीसी सिंह, नलकूप से सुजीत कुमार श्रीवास्तव, श्रम अधिकारी विनय कुमार दूबे, मुण्डेरवा चीनी मिल के मुख्य अभियन्ता बी0के0सिंह, सुयश पेपर मिल, होरा मोटर्स, स्मार्ट व्हील्स राम जी ग्रुप, बाढ़, सेवायोजन, राप्ती नहर निर्माण मण्डल के प्रतिनिधिगण उपस्थित रहे।

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